सही प्रकार से कैसे बैठें: सुखासन
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे कि हमें सही तरीके से कैसे बैठना चाहिए। आलथी-पालथी मारकर बैठना एक बहुत ही सरल तरीका है जिसे योग की भाषा में सुखासन कहते हैं। अगर हम गलत तरीके से बैठते हैं तो हमारे कमर, घुटने, पिंडलियों और टखनों में भी दर्द हो सकता है। आज हम यहां पर चर्चा करेंगे कि आप आलथी-पालथी लगाकर सुखासन में सही तरीके से कैसे बैठे।
गलत तरीके से बैठने के नुकसान:
जब हम गलत तरीके से बैठते हैं तो हमारा शरीर का वजन एक तरफ झुक जाता है। इससे हमारे शरीर में संतुलन बिगड़ जाता है और हमारे कमर, घुटने और पिंडलियों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा, गलत तरीके से बैठने से हमारे पेट आगे की तरफ निकल जाता है और हमारी छाती दब जाती हैं और फेफड़े भी संकुचित होकर प्रॉपर मात्रा में ऑक्सीजन फेफड़े में नहीं जाता है।
सही तरीके से बैठने के फायदे:
सही तरीके से बैठने से हमारे शरीर में संतुलन बना रहता है और हमारे कमर, घुटने और पिंडलियों में दर्द होने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, सही तरीके से बैठने से हमारा पेट अंदर की तरफ होता है और हमारी छाती बाहर की तरफ निकलती है। इससे हमें सांस लेने में आसानी होती है क्योंकि ऑक्सीजन की मात्रा हमारे फेफड़ों में सही प्रकार से जाती हैं और हमारा मन शांत रहता है।
सही तरीके से आलथी-पालथी में कैसे बैठें:
- सबसे पहले एक समतल सतह पैरों को फैलाकर दंडासन में बैठे हैं उसके बाद दाहिने पैर को मोड़कर दाहिने पैर की एड़ी और तलवे को बाई जँघा के नीचे रख देवें।
- उसके बाद बाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर की एड़ी और तलवे को दाहिने जँघा के नीचे रख कर बैठ जाएं।
- अब, अपने दाहिने नितंब को हथेली से सहारा देकर दाहिनी तरफ खींचें।
- इसी तरह, अपने बाएं नितंब को बाई हथेली से सहारा देकर बाएं तरफ खींचें।
- अपने कंधे को रोल करके छाती को हनुमान जी की तरह फुला दें जिससे पेट अपने आप अंदर चला जाएगा। अपनी कमर एकदम को सीधी रखें लेकिन अकड़ नहीं।
- अब, लंबी गहरी सांस लें और अपने शरीर और मन को महसूस करें।
ध्यान रखने योग्य बातें:
- जब आप बैठें तो आपका पेट अंदर की तरफ होना चाहिए, ना कि बाहर की तरफ फूला हुआ होना चाहिए।
- आपकी कमर बिल्कुल सीधी होनी चाहिए।
- आपके दोनों पैर एक दूसरे जंघा के नीचे होने चाहिए।
अन्य जानकारी:
- अगर आप बैठे-बैठे थक जाते हैं तो आप दोनों पैरों को सामने फैला सकते हैं और जो पैर नीचे है उसे ऊपर और जो ऊपर है उसे नीचे करके बदल सकते हैं ताकि दोनों तारों का संतुलन बेहतर बने।
- अगर आप आलथी-पालथी मारकर बैठते हैं तो आप जमीन से जुड़े रहते हैं।
निष्कर्ष:
सही तरीके से आलथी-पालथी मारकर बैठना एक बहुत ही स्वस्थ तरीका है। यह हमारे शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। इसलिए, आज से ही सही तरीके से आलथी-पालथी मारकर सुखासन में बैठना शुरू करें।
- आलथी-पालथी मारकर बैठने से हमारे शरीर के सभी अंगों को आराम मिलता है।
- इससे हमारे शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है।
- इससे हमारे पाचन तंत्र को भी लाभ मिलता है।
उपयोगी टिप्स:
- अगर आपको आलथी-पालथी मारकर बैठने में परेशानी हो रही है तो आप धीरे-धीरे शुरू करें।
- शुरुआत में आप थोड़ी देर बैठें और फिर धीरे-धीरे बैठने का समय बढ़ाएं।
आप सभी का दिन मंगलमय हो, आनंदमय हो। इसी के साथ आप सभी से विदा लेते हैं। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।