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Tag: मुष्टिकाबंधक्रिया

गठिया के लिए मुष्टिकाबंध योगिक क्रिया

नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे मुष्टिकाबंध योगिक क्रिया के बारे में। यह क्रिया करना बहुत ही आसान है और इसे कहीं भी किया जा सकता है। यह क्रिया हमारे कंधे, हाथों और उंगलियों की मांसपेशियों को शक्तिशाली बनाने में मदद करती है। यह क्रिया गठिया, टेनिस एल्बो और अन्य हाथों और कलाई की समस्याओं के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

विधि:

  • कुर्सी पर बैठें या सोफे पर बैठें।
  • अपने हाथों को सामने फैला लें और उंगलियों को खोलें।
  • अपनी कमर को सीधा रखें।
  • अपने हथेलियों को आकाश की ओर रखें।
  • मुट्ठी को जोर से बंद करें।
  • मुट्ठी को खोलते हुए, अपनी हथेलियों और हाथों को फैलाने का प्रयास करें।
  • अपनी उंगलियों को जितना हो सके खोलें।
  • अपने कलाइयों को घुमाते हुए, अपनी कोहनी और कंधों को भी घुमाएं।
  • इस अवस्था में कम से कम 20 सेकंड रहें।
  • फिर, अपनी हथेलियों को आकाश की ओर रखते हुए, मुट्ठी को फिर से जोर से बंद करें।
  • इस अवस्था में भी कम से कम 20 सेकंड रहें।
  • इस क्रिया को 6 बार दोहराएं।
  • क्रिया को समाप्त करने के बाद, अपनी आंखें बंद करके अपने हाथों में झनझनाहट महसूस करें।

फायदे:

  • यह क्रिया हमारे कंधे, हाथों और उंगलियों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है।
  • यह गठिया, टेनिस एल्बो और अन्य हाथों और कलाई की समस्याओं के लिए फायदेमंद है।
  • यह क्रिया हमारी हथेलियों में आराम देती है।
  • यह क्रिया हमारी कलाई की समस्याओं में राहत देती है।

सावधानियां:

  • इस क्रिया को करते समय, अपनी आंखें बंद करके और अपना मन शांत करके करें।
  • इस क्रिया को हड़बड़ी में न करें।
  • अगर आपको कोई चोट है, तो इस क्रिया को करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

निष्कर्ष:

मुष्टिकाबंध योगिक क्रिया एक बहुत ही सरल और फायदेमंद क्रिया है। यह क्रिया हमारे कंधे, हाथों और उंगलियों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और गठिया, टेनिस एल्बो और अन्य हाथों और कलाई की समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।