Skip to main content

Tag: वृक्षासन

वृक्षासन: एक प्रभावी योग आसन

नमस्कार दोस्तों!

एक कदम स्वास्थ्य से आनंद की ओर कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत है। आज हम बात करेंगे वृक्षासन के बारे में। वृक्षासन का मतलब है वृक्ष जैसी आकृति। यह एक प्रभावी योग आसन है जो शरीर और मन दोनों के लिए लाभदायक है।

सावधानियां:

  • इस आसन को करने के लिए हमें एकाग्रता चाहिए।
  • आसन को हमें धीरे-धीरे करना है जल्दबाजी में नहीं।
  • जो पैर हम ऊपर उठाते हैं उसका पंजा हमेशा नीचे की तरफ रहना चाहिए।
  • हमारे हाथ जब ऊपर होते हैं तो हमारे कान से सटे हुए होने चाहिए।
  • हमारा शरीर हमेशा एक सीध में रहना चाहिए। शरीर को एक सीध में रखने के लिए जांघों और नितंबों की मांसपेशियों को सिकोड़ कर रखें।
  • नमस्कार की मुद्रा में हमें उंगलियां को मोड कर नहीं रखना।

तरीका:

  1. एड़ी पंजों को मिलते हुए सीधे खड़े होंगे।
  2. अब धीरे से बाएं पैर उठाते हुए घुटने को मोड़ कर बाएं पैर के एड़ी को दाहिने जांघ के मूल में लगाएंगे।
  3. जब हमारा संतुलन यहां पर बन जाए तो ध्यान को एकाग्र करते हुए हाथों को धीरे-धीरे बगल से ऊपर की ओर उठाएंगे।
  4. जब दोनों हाथ हमारे कंधे के बराबर आ जाएं हाथों को कंधों से घुमाते हुए हथेलियां का रुख आकाश की ओर कर देंगे।
  5. अब हाथों को धीरे-धीरे ऊपर ले जाते हुए सिर के ऊपर पूरा तान देंगे।
  6. हमारे हाथों को हमारे सिर के ऊपर नमस्कार मुद्रा में रखते हुए हाथों को पूरा तानेंगे। कम से कम 1 मिनट हम यह आसान करेंगे।
  7. 1 मिनट आसान करने के बाद हम जिस प्रकार हाथों को ऊपर ले गए थे उसी प्रकार हम हाथों को धीरे-धीरे नीचे लाते हुए कंधों के बराबर लाकर हाथों को कंधों से घुमाएंगे। हथेलियां हमारी जमीन की तरफ रहेगी।
  8. धीरे-धीरे हम सम स्थिति में आकर अवलोकन करेंगे आसन करने से पहले और करने के बाद क्या फर्क हुआ।
  9. यही क्रिया हम अब अपनी दाहिने पैर से दोहराएंगे।

फायदे:

  • वृक्षासन करने से एकाग्रता आती है।
  • वृक्षासन करने से छाती, कमर, कंधों और हाथों में खिंचाव आता है जिससे रक्त का संचार संतुलित होता है।
  • इस आसन में शरीर का भार एक पैर पर होने के कारण पैर मजबूत होते हैं।
  • यह आसन करने से बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास होता है।
  • इस आसन को करने से हमारे पैरों की सम स्थिति में सुधार होता है।

निष्कर्ष:

वृक्षासन एक सरल और प्रभावी योग आसन है जो शरीर और मन दोनों के लिए लाभदायक है। इसे नियमित रूप से करने से हम एकाग्रता, शारीरिक शक्ति, और मान