Ankur Tiwari, Jaipur
योग के कठिनतम और जटिलतम आसनों को जानने वाला उतना ही अधिक सरल और सहज है यह बड़े आश्चर्य और हर्ष का विषय है यहां हम बात कर रहे हैं हम सभी के प्रिय योगाचार्य श्री ढाका राम जी के बारे में ।
इन्होंने न केवल अपना पूरा जीवन योग साधना तथा तप में बिताया बल्कि योग को आधुनिक मनुष्य और नेक्स्ट जेनरेशन को समझ में आने लायक वातावरण योगपीस संस्थान के माध्यम से प्रदान किया जो थेरेपी योगा में अपने तरह का अनूठा देश का सबसे बड़ा संस्थान है। जिसकी आज एक बहुत बड़ी आवश्यकता है हमारा सौभाग्य है कि हम ऐसे योगाचार्य से योग में प्रवेश होने की कला सीख रहे हैं।
प्रतिदिन प्रात काल जब हम उनकी ऑफलाइन या ऑनलाइन कक्षा लेते हैं तब हमें लगता है जैसे हमारा शरीर और मन एकदम हल्का होकर विलीन हो गया हों तथा हम आनंद में ठहर गये हों , क्योंकि योगासन का अभ्यास जब कोई पूरी विधि से करना आवश्यक है परन्तु इसके लिए सही मार्गदर्शन अति आवश्यक होता है जो हमे योगाचार्य श्री ढाकाराम जी से सीधे ही प्राप्त हो रहा है यह हमारे लिए अनुग्रह का विषय है।
योगपीस संस्थान योग की प्रभावकारी तकनीकों के प्रयोगों को नयी ऊचाइयों तक पहुंचाया है तथा थेरेपी योगा को नए आयाम प्रदान किये हैं।
इसी के चलते योगाचार्य श्री ढाकारामजी की शिष्टाचार भेंट विगत महीने में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से हुई तथा वैश्विक हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 136 देश में से 127 में स्थान पर है कैसे इस रैंकिंग को हम बेहतर करें और उसमें योग का क्या योगदान हो इस पर चर्चा हुई, यह हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि हमारे स्वयं के विकास तथा हमारे अपनों के स्वास्थ्य व आध्यात्मिक विकास के लिए योगापीस जैसा संस्थान तथा हम सभी के प्रिय योगाचार्य श्री ढाकाराम जी हमे सहजता से उपलब्ध हैं ।
योग की यह क्रांति पूरे विश्व में फैल सके इस हेतु इस योगाचार्य जी के द्वारा टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स भी संचालित किये जा रहे हैं जिससे अधिक से अधिक योगा ट्रेनर तथा योगाचार्य इस विद्या के द्वारा स्वास्थ्य क्रांति को लेन वाले अग्रदूत बन सकें।
हम ईश्वर से यह कामना करते हैं योगाचार्य जी के तप तथा ज्ञान का लाभ पूरे विश्व को मिलता रहे और वसुधैव कुटुंबकम की देशना की ओर हम सभी बढ़ सकें।