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03-Nov-2025

पेट की बीमारियों का समाधान – भाग 1

योगाचार्य ढाकाराम

प्यारे मित्रों,

आप सभी को हमारा मुस्कुराता हुआ नमस्कार।
“एक कदम स्वास्थ्य से आनंद की ओर” कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत है।

प्यारे मित्रों, आप कैसे हैं?
आप सभी को बोलना है — आप मज़े में हैं!
आप सभी को इस जगत में आनंद फैलाना है।
हमेशा आनंदित रहना है, क्योंकि आप जिंदा हैं।

कितने ही लोग रात को सोते हैं और सुबह उठ भी नहीं पाते —
इसलिए आप हमेशा आनंदित रहें कि भगवान ने आपको किसी विशेष कार्य के लिए बनाया है।


आज का विषय – वज्रासन

आज हम बात करेंगे वज्रासन के बारे में —
इसकी सही विधि, सावधानियाँ और विशेष सुझाव जानेंगे।

हमारे योग ग्रंथों के अनुसार वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन है जिसे खाना खाने के बाद भी किया जा सकता है।
वज्रासन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है,
जिससे अपच, गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

हमारे अनुसार आप भोजन के बाद ऐसे आसन या क्रियाएँ कर सकते हैं जिनसे पेट पर कोई दबाव न पड़े।
परंतु ग्रंथों की दृष्टि से देखें तो —
भोजन के बाद वज्रासन सबसे उपयुक्त आसन है।


क्यों आवश्यक है वज्रासन?

हमारे शरीर में ज्यादातर बीमारियाँ खाना सही से न पचने के कारण होती हैं।
यदि भोजन ठीक से पचता है, तो शरीर स्वस्थ रहता है और रोग पास नहीं आते।

वज्रासन पाचन को सुचारू बनाता है और
इसलिए इसे पेट की बीमारियों का रामबाण उपाय कहा जा सकता है।


वज्रासन करने की विधि

  1. सबसे पहले दोनों पैरों को सामने फैलाकर दंडासन में बैठें।
  2. दायाँ पैर मोड़कर दाहिने नितंब के नीचे रखें।
  3. बायाँ पैर मोड़कर बाएँ नितंब के नीचे रखें।
  4. कमर को सीधा रखें।
  5. दोनों एड़ियों को मिलाएँ।
    • यदि ऐसा संभव न हो तो एड़ियों को बाहर की ओर गिरा दें और
      दोनों पैरों के अंगूठे को मिलाएँ।
  6. बैठते समय पिंडलियों की त्वचा को बाहर की ओर निकाल लें।
  7. दोनों हथेलियाँ अपनी पिंडलियों पर रखें।
  8. आँखें बंद करें और ध्यान की अवस्था में बैठें।

आप चाहें तो वज्रासन में बैठकर
टीवी देख सकते हैं या सामान्य कार्य कर सकते हैं —
लेकिन सबसे अच्छा है कि
आप भोजन के बाद वज्रासन में ध्यान करें।


वज्रासन के लाभ

  • पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
  • अपच और गैस की समस्या से राहत देता है।
  • पेट और पाचन क्रिया से संबंधित सभी अंगों को सक्रिय करता है।
  • एंजाइम और हार्मोन के स्राव में सहायता करता है।
  • हड्डियों को लचीला और स्वस्थ बनाता है।

सावधानियाँ

  • जिनके घुटनों में दर्द है, वे यह आसन सीधे रूप में न करें।
  • बैठते समय कमर को सीधा रखें।

अगली बार हम आपको बताएंगे —
जिन्हें घुटनों में दर्द है, वे प्रॉप्स की मदद से वज्रासन कैसे कर सकते हैं।


समापन

तो प्यारे मित्रों,
आप सभी को नमन 🙏

योगाचार्य ढाकाराम
संस्थापक – योगापीस संस्थान

Yogacharya Dhakaram
Yogacharya Dhakaram, a beacon of yogic wisdom and well-being, invites you to explore the transformative power of yoga, nurturing body, mind, and spirit. His compassionate approach and holistic teachings guide you on a journey towards health and inner peace.