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10-Nov-2025

पेट की बीमारियों का समाधान – भाग 2

योगाचार्य ढाकाराम

प्यारे मित्रों,

आप सभी को हमारा मुस्कुराता हुआ नमस्कार।
“एक कदम स्वास्थ्य से आनंद की ओर” आर्टिकल सीरीज़ में आप सभी का स्वागत है।


आज का विषय – घुटनों में दर्द होने पर वज्रासन कैसे करें

पिछले भाग में हमने जाना कि वज्रासन हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
आज हम समझेंगे कि यह कैसे हमारे पाचन को मजबूत करता है,
और यदि किसी को घुटनों में दर्द है, तो वह वज्रासन को प्रॉप्स (सहायक वस्तुओं) की मदद से कैसे कर सकता है।


वज्रासन पाचन तंत्र को कैसे मजबूत करता है

ऐसा कहा गया है कि हमारे नितंबों के ऊपर “ब्रज नाड़ी” होती है।
जब हम वज्रासन में बैठते हैं, तो एड़ियों के दबाव से ब्रज नाड़ी सक्रिय हो जाती है।
यह नाड़ी हमारी बड़ी आंत (Large Intestine) से जुड़ी होती है।

जब ब्रज नाड़ी सक्रिय होती है, तो यह पाचन तंत्र को सक्रिय व मजबूत बनाती है।
इसके अलावा, वज्रासन करने से पैरों और जांघों में रक्त प्रवाह थोड़ा कम होता है,
जिससे पेट के क्षेत्र में रक्त संचार बढ़ता है,
और यही कारण है कि यह आसन पाचन के लिए अत्यंत लाभकारी है।


घुटनों में दर्द होने पर वज्रासन कैसे करें (Using Props)

यदि आपके घुटनों में दर्द है, तो आप वज्रासन को प्रॉप्स (जैसे तकिया या मसनद) की मदद से बहुत आराम से कर सकते हैं।

विधि 1: छोटे मसनद के साथ

  1. एक छोटा गोलाकार मसनद लें।
  2. वज्रासन की स्थिति में बैठें।
  3. मसनद को दोनों टखनों के नीचे रखें।
  4. कमर सीधी रखें और दोनों एड़ियाँ मिलाएँ।
  5. अब आँखें बंद करें और कुछ समय ध्यान करें।

विधि 2: मसनद और तकिए के साथ

  1. सबसे पहले दंडासन में बैठें।
  2. फिर धीरे-धीरे वज्रासन की स्थिति में आएँ।
  3. छोटा मसनद अपने टखनों के नीचे रखें।
  4. अपनी पिंडलियों और जांघों के बीच एक तकिया रखें।
  5. अब देखें — आपके घुटनों पर दबाव कम होगा और आप आराम से बैठ पाएँगे।

👉 यदि आपके पास मसनद नहीं है, तो आप तकिया, कंबल, या मुड़ी हुई बेडशीट का उपयोग कर सकते हैं।


वज्रासन के लाभ

  • पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
  • अपच, गैस, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत देता है।
  • भोजन के बाद बैठने से भोजन को ठीक से पचने में सहायता मिलती है।

सावधानियाँ

  • जिनके घुटनों में दर्द है, वे यह आसन प्रॉप्स की सहायता से करें।
  • बैठते समय कमर को सीधा रखें।
  • भोजन के तुरंत बाद ही अभ्यास करें, परंतु अधिक देर तक न बैठें।

निष्कर्ष

खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठना
एसिडिटी, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याओं का सरल और प्राकृतिक समाधान है।

तो प्यारे मित्रों,
आप सभी को सत-सत नमन।
हमेशा खुश रहें, मस्त रहें और आनंदित रहें। 🌸

योगाचार्य ढाकाराम
संस्थापक – योगापीस संस्थान

Yogacharya Dhakaram
Yogacharya Dhakaram, a beacon of yogic wisdom and well-being, invites you to explore the transformative power of yoga, nurturing body, mind, and spirit. His compassionate approach and holistic teachings guide you on a journey towards health and inner peace.