स्वास्थ्य से आनंद की ओर झरना
लेखक: अंतराष्ट्रीय योगाचार्य ढाकाराम
प्रस्तावना:
प्रिय मित्रों, आज से हम एक ऐसी सीरीज शुरू कर रहे हैं जो आपके तन, मन और आत्मा में सुख, शांति और आनंद को पल्लवित और सुरभित करने में मदद करेगी।
योग का महत्व:
हम अक्सर यह प्रश्न करते हैं कि योग हमारे जीवन में क्यों और कितना महत्वपूर्ण है? वर्तमान में आम जनमानस में योग के बारे में अनेक भ्रांतियां फैली हैं। इसलिए हम सर्वप्रथम स्पष्ट करना चाहेंगे कि योग का मतलब सिर्फ शरीर को विभिन्न मुद्राओं और आकृतियों में तोड़ना, मरोड़ना मात्र नहीं है। योग का मतलब परम आनंद है और इसका प्रारंभ योग पथ पर अग्रणी किसी अनुभवी विशेषज्ञ और आचार्य के मार्गदर्शन में विधि विधान से किया जाना चाहिए।
योग का उद्देश्य:
हम जीवन में जो भी कार्य करते हैं, सुख, शांति और आनंद के लिए करते हैं। हम यह आनंद दूसरों में ढूंढते हैं, लेकिन यह भी सत्य है कि यह आनंद हमें दूसरा कोई नहीं दे सकता। इसलिए प्रश्न यह उठता है कि सुख, शांति और आनंद कहां और कैसे ढूंढा जाए? बस इसी दिशा में हम इस सीरीज में आप पाठकों से आगे संवाद जारी रखेंगे।
योग का अर्थ:
जब हम स्कूली शिक्षा में साधारणतया योग की बात करते हैं तो योग का साधारणतया मतलब होता है जोड़ना। एक और एक को जोड़ते हैं तो दो होता है। अगर हम शास्त्रों के अनुसार या आध्यात्म के क्षेत्र में बात करते हैं तो आत्मा का परमात्मा से मिलन ही योग है। आत्मा से परमात्मा का मिलना तो बहुत साधना की बात है पहले हम हमारे शरीर श्वास के साथ तो जुड़ जाए सांस और शरीर के साथ जुड़ने का मतलब है आसन क्रियाएं प्राणायाम और ध्यान करते हुए उसी में समा जाना।
योग की आवश्यकता:
आजकल के भागदौड़ के जीवन में अधिकांश व्यक्ति शरीर से भी ज्यादा मानसिक परेशान है। तनाव के साथ जिंदगी जी रहे हैं। योग ही एकमात्र ऐसी विधि है जो शरीर और मन की साधना अर्थात उनके स्वास्थ्य के साथ आध्यात्मिक विकास 100% में सहायता करती है।
योग के लाभ:
योग के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ निम्नलिखित हैं:
- शारीरिक लाभ:
- स्वस्थ शरीर
- मजबूत मांसपेशियां
- लचीला शरीर
- बेहतर संतुलन
- कम तनाव
- बेहतर नींद
- कम थकान
- मानसिक लाभ:
- कम चिंता
- बेहतर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता
- बेहतर निर्णय लेने की क्षमता
- अधिक सकारात्मक सोच
- बेहतर आत्मविश्वास
- आध्यात्मिक लाभ:
- आंतरिक शांति
- आत्म-ज्ञान
- आत्म-साक्षात्कार
योग की शुरुआत कैसे करें?
यदि आप योग की शुरुआत करना चाहते हैं तो किसी अनुभवी योग विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लें। योग की विभिन्न विधाएं हैं, इसलिए अपने लिए सबसे उपयुक्त विधा का चयन करें। योग आसन और प्राणायाम की शुरुआत में धीरे-धीरे शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
योग की प्रतिबद्धता:
योग का लाभ तभी प्राप्त होता है जब आप नियमित रूप से योग करते हैं। इसलिए यह तय करें कि आप प्रतिदिन योग करेंगे। यदि आप प्रतिदिन योग नहीं कर सकते हैं तो भी सप्ताह में कम से कम तीन दिन योग करें।जैसे खाना खाना जरूरी है उसी प्रकार योग का करना भी अत्यंत अनिवार्य है एक दिन में 24 घंटे होते हैं और एक से डेढ़ घंटा योग में देकर 22 घंटा 30 मिनट सुंदर हो जाते हैं तो हमें लगता है डेढ़ घंटा आपको देना चाहिए ताकि साढ़े 22 घंटे बहुत ही खुशनुमा रहें।
निष्कर्ष:
योग एक ऐसी शक्तिशाली विधि है जो आपके जीवन को बदल सकती है। योग के माध्यम से आप शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ हो सकते हैं। इसलिए आज ही योग की शुरुआत करें और अपने जीवन में आनंद का अनुभव करें।
अंतर्राष्ट्रीय योगाचार्य ढाकाराम
YouTube Channel: YogacharyaDhakaRam
अन्य जानकारी:
- इस सीरीज में हम योग के विभिन्न आसन, प्राणायाम और ध्यान के अभ्यास के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
- हम प्रत्येक अभ्यास के लाभों और करने के तरीके के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- हम योग के लिए आवश्यक उपकरणों और सामग्रियों के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे।
आशा है कि यह सीरीज आपके लिए उपयोगी होगी।