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25-Mar-2025

सही सम स्थिति में खड़े होने का महत्व: स्वास्थ्य और संतुलन होने का रहस्य

योगाचार्य ढाकाराम

आप सभी को हमारा मुस्कुराता हुआ नमस्कार! “एक कदम स्वास्थ्य से आनंद की ओर” कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत है। आज हम बात करेंगे खड़े होने की सम स्थिति के बारे में।

सम स्थिति क्या है?

सम स्थिति का अर्थ है संतुलन बनाए रखने की अवस्था। इस स्थिति में, हमारे शरीर के दोनों हिस्से समान होते हैं। जब हम सम स्थिति में खड़े होते हैं, तो हमारे दोनों पैरों पर शरीर का समान भार होता है। सम स्थिति में खड़े होने पर घुटनों, पिंडलियों, जांघों, कमर आदि में दर्द नहीं होता। यदि हम शरीर के भार को एक तरफ ज्यादा रखते हैं, तो हमारे शरीर की संरचना विकृत हो जाती है।

सही तरीके से कैसे खड़े हों?

आप सोच रहे होंगे कि खड़े होने में नया क्या है? हम सभी रोज खड़े होते हैं। लेकिन, ध्यान से देखने पर पता चलेगा कि हम अपने दोनों पैरों पर शरीर का समान भार नहीं रखते हैं।

यहाँ सही तरीका बताया गया है:

  1. कंधों जितना फासला रखकर खड़े हो जाएं।
  2. देखें कि आपके कौन से पैर पर ज्यादा भार है।
  3. एड़ी या पंजे पर कहां पर ज्यादा भार है?
  4. दाहिने पैर या बाएं पैर पर?
  5. ज्यादातर लोगों के पैर के पंजे बाहर की तरफ और एड़ी अंदर की तरफ होती है। इस स्थिति में खड़े होने पर हमारा पेट आगे की तरफ निकलता है और कमर में भारीपन लगता है।
  6. अब, अपने पंजों को अंदर की तरफ और एड़ियां बाहर की तरफ निकालें।
  7. खड़े होकर देखें, आपकी कमर अपने आप सीधी हो जाएगी।
  8. दोनों पंजों को अंदर करने पर पेट अंदर की ओर जाता है और छाती तन जाती है।
  9. दोनों पंजों को अंदर करने पर हमारे नितंब भी सिकुड़ जाते हैं।

आपने देखा होगा कि जब बच्चा चलना सीखता है, तो उसके पंजे अंदर की तरफ होते हैं। यह एक प्राकृतिक स्थिति है। मॉडल्स भी रैंप पर इसी स्थिति में चलती हैं।

महिलाओं के लिए विशेष सुझाव:

मेरी माता व बहनों से विशेष आग्रह है कि वे आजकल खाना खड़े होकर बनाती हैं, और खाना बनाते समय एक तरफ झुक कर खड़ी होती हैं। आप भी सम स्थिति में खड़े होकर खाना बनाएं।

अभ्यास:

आप इसका अभ्यास थोड़े-थोड़े समय के लिए कर सकते हैं। धीरे-धीरे यह आपकी आदत में शामिल हो जाएगा।

विशेष सुझाव:

  • सम स्थिति में पंजे अंदर की ओर और एड़ियां बाहर की तरफ रखकर खड़े होना चाहिए।
  • यदि आपको पंजे बाहर रखकर खड़े होने की आदत है, तो दिन भर के लिए इस स्थिति में न रहें। थोड़े-थोड़े समय के लिए पंजों को अंदर करके खड़े हों, और धीरे-धीरे इसे अपनी आदत में शामिल करें।

फायदे:

  • सम स्थिति में खड़े होने से हमारे शरीर की संरचना सही रहती है।
  • कमर दर्द, पैरों में दर्द, घुटनों में दर्द, एड़ियों में दर्द और जांघों में दर्द नहीं होता है।

आप सभी का बहुत-बहुत आभार, बहुत-बहुत धन्यवाद। आपका दिन मंगलमय हो!

योगाचार्य ढाकाराम

संस्थापक, योगापीस संस्थान

Yogacharya Dhakaram
Yogacharya Dhakaram, a beacon of yogic wisdom and well-being, invites you to explore the transformative power of yoga, nurturing body, mind, and spirit. His compassionate approach and holistic teachings guide you on a journey towards health and inner peace.
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