पाँच प्रमुख योग आसनों से अपने जीवन को बदलें
हरि ओम आप सभी को हमारा मुस्कुराता हुआ नमन। आप सब कैसे हैं? बहुत अच्छे होंगे, एकदम स्वस्थ और आनंद से भरे हुए होंगे। इस कार्यक्रम में आपका मुस्कुराता हुआ स्वागत है, प्यारे मित्रों।
आज हम बात करेंगे उन पांच आसनों पर जो हमें नियमित करना ही चाहिए। हमें ऐसा लगता है कि ये पांच आसन हमारे पूरे शरीर को, सिर से पैर तक, स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त हैं।
आपको समझना होगा कि ये आसन क्यों महत्वपूर्ण हैं। जब तक हम उस विधि को नहीं समझेंगे, तब तक हम उसको दिल से नहीं करेंगे। मैं कहता हूं कि इन आसनों के साथ हम सिर्फ योग नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपने जीवन को बदल रहे हैं।
आपको मालूम है कि जब हम योगासन करते हैं तो हमारे लिए क्या मायना रखता है? दो आसन हमारे पैरों के लिए हैं, और दो आसन हमारे स्पाइन के लिए हैं।
हमने पहले एक वीडियो बनाया था कि पैदल चलना अपने आप में पूर्ण व्यायाम नहीं है। उस समय हमने आपसे चर्चा की थी कि पांच आसनों का क्या सीक्वेंस होना चाहिए। उसी चीजों को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बता रहे हैं कि पांच आसन क्या हैं।
- ताड़ासन: इससे हमारा स्पाइन में स्ट्रेच आता है। ताड़ासन के फायदे आप बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। हमारे YouTube चैनल पर ताड़ासन के बारे में एक पूरा वीडियो है।
- कोणासन: इससे हमारा स्पाइन दाई और बाई तरफ मोड़ जाता है। इस आसन के फायदे बहुत हैं।
- कटि चक्रासन: यह एक ट्विस्टिंग पोज है।
- अर्ध चक्रासन: यह एक बैक बेंडिंग पोज है।
- उत्तानासन: यह एक फ्रंट बेंडिंग पोज है।
इन आसनों को एक बार हम साथ में करके देखेंगे। उसके बाद आपको इन आसनों के बारे में बहुत गहराई से जानना है। हम आपको बताएंगे कि इन आसनों को कैसे करना चाहिए और इनको करने के लिए कितना समय चाहिए।
इन पांच आसनों के माध्यम से आप अपने शरीर को शुद्धिकरण कर सकते हैं और अपने स्पाइन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
अब, हम ताड़ासन करेंगे।
- हम समस्थिति में खड़े हो जाएंगे अपने अपने स्थान पर।
- ताड़ासन के लिए पैरों को मिलाएंगे, थोड़ा सा पीछे से खुला हुआ रखेंगे, हथेलियां जांघों के ऊपर रखेंगे।
- धीरे-धीरे अपने हाथों को बगल से उठाएंगे और रोल ओवर शोल्डर करेंगे। दाहिना हाथ दाहिनी तरफ खींचेंगे, बाया हाथ बाई तरफ खींचेंगे। अपनी क्षमता के अनुसार अधिकतम स्ट्रेच करें।
- फिर धीरे-धीरे अपने हाथों को ऊपर ले जाएंगे, हथेलियां आपस में मिलाएंगे, और छत की तरफ हाथों को पूरा ऊपर तानेंगे।
- वहीं स्ट्रेचिंग करते हुए अपने बटक्स को टाइट करेंगे, घुटने की मांसपेशियों को टाइट करेंगे, जांघों को टाइट करेंगे, पेट की मांसपेशियों को भी टाइट करेंगे।
- छाती को फुला दें और स्पाइन को स्ट्रेच करें।
यह आसन हमारे रीढ़ की हड्डी, हाथों, पैरों, फेफड़ों और हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है। आप इस आसन को नियमित रूप से अभ्यास कर सकते हैं।
अब, हम कोणासन करेंगे।
- खड़े हो जाएं और अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई के बराबर रखें।
- अपने हाथों को ऊपर उठाएं और उन्हें अपने सिर के ऊपर से जोड़ें।
- अपने शरीर को दाईं ओर झुकाएं, अपने दाहिने हाथ को अपने दाहिने पैर के ऊपर रखें और बाएं हाथ को ऊपर उठाएं।
- अपनी दाहिनी तरफ स्ट्रेच करें और फिर बाएं तरफ भी यही प्रक्रिया दोहराएं।
अब, हम कटि चक्रासन करेंगे।
- कटि चक्रासन के लिए पैरों में कंधे जितना फासला रखेंगे, हाथों को बगल से उठाएंगे, और फिर अपने शरीर को दाहिनी तरफ ले जाएंगे। दाहिने हाथ को पीछे से लाकर अपने नाभी को छूने की कोशिश करेंगे।
- बाया हाथ को राइट शोल्डर पर रखेंगे और ज्यादा से ज्यादा ट्विस्ट करेंगे।
- फिर रिलैक्स करेंगे और इसी तरह से बाएं तरफ भी ट्विस्ट करेंगे।
अब, हम अर्ध चक्रासन करेंगे।
- अर्ध चक्रासन के लिए अपने हाथों को कमर पर रखें
- अब अपनी छाती को फुलाइए तथा धीरे-धीरे पीछे की ओर जाइए
- अपनी क्षमता के अनुसार अपने शरीर को अधिक से अधिक पीछे की ओर मोड़िए
- अंत में धीरे-धीरे वापस आइए तथा शरीर को सीधा कर लीजिए
अब, हम उत्तानासन करेंगे।
- खड़े हो जाएं और अपने पैरों को एक साथ रखें।
- अपने हाथों को ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते जाएं।
- अपने हाथों से अपने टखनों को पकड़ने की कोशिश करें।
ये पांच आसन आपके जीवन में बहुत उपयोगी हैं। ये आसन आपके मस्तिष्क के लिए भी बहुत अच्छे हैं।
अब आप इन आसनों को नियमित रूप से अभ्यास करें और अपने जीवन को बदलें।